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जुलाई, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

शुद्धि और अशुद्धि

शेष ...… मेने कहाँ अभी जो आप सबकी तरफ इशारा कर रहे थे की इनका क्या ये तो सब गपशप कर रहे है इनको नही होगा क्या कुछ भी।तो ये उसी का जवाब है। क्यों दी गई है इसका जवाब आपके पास है कि अग्नि में डालने हेतु दी गई है लेकिन इसके पीछे का वैज्ञानिक कारण क्या है वो मै बतााता हूं यहां सभी एकत्रित है तो उनका मौन रहना आवश्यक है  किन्तु सभी अपने अपने ज्ञान का बखान कर रहे है तो यहां सभी के साथ आए है तो बीमारियों का खतरा इन्हें भी है। लेकिन केवल परिवार के सदस्य ही सम्पूर्ण दाहसंस्कार में शामिल होते है जबकि अन्य सदस्य दूर रहते है तो जो सदस्य इसमें शामिल है वो अग्नि की तपन से उन बीमारियों के विषाणु जीवाणु को समाप्त कर लेते है किन्तु अन्य सदस्य वहां नहीं जाते इसलिए उन्हें चंदन की लकड़ी अर्पित करने का विधान रखा गया है ताकि वे सभी इस वजह से अग्नि के पास जाए चूंकि अग्नि की तपन असहनीय होती है अग्नि में समर्पण करने के साथ ही मृत शरीर को नमस्कार करने का जो कर्म किया जाता है वो वहां मृत व्यक्ति को भावपूर्ण श्रद्धांजलि देने और साथ ही छोटे छोटे विषाणु जीवाणु को समाप्त कर लेने के लिए पर्याप्त है । इसी हेतु इस वि...

शुद्धि और अशुद्धि

मित्रों कोरोना काल चल रहा है यानि की इस महामारी ने आतंक फैलाया हुआ है और अब हम उन सभी चीजों का अनुसरण कर रहे है जो हमें कोरोना से मुक्ति में सहायक हो |  तो चलिए इसी से जुड़ा एक रोचक प्रसंग आप के साथ शेयर करना चाहता हूँ जो हमारी भारतीय संस्कृति और वैदिक रीती रिवाजो से अवगत करते हुए उन पर आप को गर्व भी महसूस करवाएगा |  बात इस मार्च 2020 की है जब लोकडाउन शुरू हो चूका था | मेरे पड़ोस में एक मित्र की माताजी का देहांत हो गया चूँकि वो बहुत समय से बीमार थी किन्तु इस समय जब लोकडाउन बीमारी की वजह से हो तो घर परिवार वाले ज्यादा परेशान हो जाते है | जैसे तैसे अंतिम संस्कार की तैयारी की गयी और श्मशान ले जाया गया | परिवारजनो  को छोड़कर सभी को कोरोना का डर था किन्तु पड़ोसी होने के नाते सभी गए भी किन्तु सब अलग अलग जगह बैठ गए और परिवारजन अंतिम संस्कार की प्रकिया करने लगे | अब धर्मशास्त्रों के कथनानुसार श्मशान और कुछ जगहों पर व्यर्थ बातचीत की मनाही है (अब यहां कारण आप खुद समझें ऐसा क्यों कहा गया चलिए मै बता देता हु चूँकि कोरोना जैसे जीवाणु विषाणु इस समय ज्यादा सक्रीय होते है और फिर आप किसी...